Draughtsman civil आईटीआई कोर्स एक बेहतरीन जॉब ओरिएंटेड टेक्निकल सर्टिफिकेशन कोर्स है।
आज के टेक्निकल टाइम में यह सबसे अच्छे आईटीआई कोर्स में से एक है।
ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स को ड्राफ्टर कोर्स के नाम से भी जाना जाता है।
यह पाठ्यक्रम CTS- शिल्पकार प्रशिक्षण योजना ( Craftsman Training Scheme ) के अंतर्गत आता है।
इस 2 साल के कोर्स के दौरान छात्र अलग-अलग तरह के बिल्डिंग और अन्य स्ट्रक्चर के ब्लूप्रिंट या ड्राफ्ट को तैयार करना सीखते हैं।
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल (Draughtsman Civil) कोर्स क्या है?
ड्राफ्ट्समैन सिविल आईटीआई पाठ्यक्रम इमारतों, बांधों, सड़कों, हवाई अड्डों, पुलों आदि के लिए विस्तृत तकनीकी ड्राइंग या योजना अनुभाग से संबंधित है।
इस कोर्स को इस तरह डिजाइन किया गया है, कि यह भारतीय इंडस्ट्री के साथ-साथ इंटरनेशनल इंडस्ट्रीज के रिक्वायरमेंट को भी फुल फील कर सके।
जिसके कारण स्टूडेंट्स को इंडिया के साथ-साथ दूसरे देश में भी नौकरी मिलने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
सिविल इंजीनियर के इंस्ट्रक्शन से स्केच बनाना, और डाइमेंशंस को कैलकुलेट करना यह ड्राफ्टमैन सिविल का मुख्य काम है।
किनको यह कोर्स करनी चाहिए?
जो स्टूडेंट सिविल के क्षेत्र में आगे अपना करियर बनाना चाहते हैं ,और उसमें भी जिन्हें सिविल आर्किटेक्चर फील्ड पसंद है उन स्टूडेंट्स को यह कोर्स करनी चाहिए।
जिन स्टूडेंट्स को हर तरह के स्ट्रक्चर के ड्राइंग और स्ट्रक्चर के कंस्ट्रक्शन के बारे में इंटरेस्ट है उनको भी यह कोर्स ज्वाइन करना चाहिए।
इसके अलावा जो स्टूडेंट कम समय में, कम पैसा खर्च कर, एक ऐसा कोर्स करना चाहते हैं, जिसमें नौकरी की अच्छी संभावना हो, और जो फील्ड तेजी से ग्रो भी कर रहा हो, उनको भी है यह कोर्स करनी चाहिए।
Draughtsman civil ट्रेड की मुख्य बातें
इस ब्रांच के कुछ मुख्य बातें निम्न है-
पाठ्यक्रम स्तर | 12th |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष (4 semester) |
पात्रता | किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10th |
प्रवेश प्रक्रिया | डायरेक्ट एडमिशन, प्रवेश परीक्षा |
ट्यूशन शुल्क | 5000 से 50000 प्रति वर्ष |
परीक्षा का प्रकार | सेमेस्टर वाइज |
नौकरी प्रोफ़ाइल | जूनियर ड्राफ्टर, ड्राफ्टर |
औसत वेतन की शुरुआत | 1 लाख प्रति वर्ष से 2 लाख प्रति वर्ष |
प्लेसमेंट के अवसर | सरकारी और निजी क्षेत्र में |

कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स क्या सीखते है?
Draughtsman civil आईटीआई पाठ्यक्रम के दौरान, छात्रों को सभी प्रकार के सिविल कार्यों की योजना, ड्राइंग, आकलन और लागत का कौशल प्राप्त होता है।
वे ऑटोकैड का उपयोग करके ड्राइंग योजना सीखते हैं, और वे सभी प्रकार के नागरिक कार्यों के 3 डी मॉडल बनाना भी सीखते हैं।
छात्र इस 4 सेमेस्टर के दौरान साइट पर लाइनआउट देने और साइट पर काम के पर्यवेक्षण के बारे में सीखते हैं।
कोर्स पूरा होने के बाद, छात्रों को निम्नलिखित विषयों के बारे में उचित जानकारी होगी-
- भूमि की नाप
- निर्माण सामग्री
- पुल और पुलिया
- राजमार्ग डिजाइन
- सिंचाई इंजीनियरिंग
- भवन निर्माण
पात्रता-
कोई भी छात्र जिसने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण की है, वह इस पाठ्यक्रम में शामिल हो सकता है।
इस कोर्स में शामिल होने के लिए 10 वीं कक्षा में मैथ्स और साइंस का पेपर अनिवार्य है।
छात्र की उम्र 14 साल से कम और 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
Draughtsman civil आईटीआई कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया
Draughtsman civil आईटीआई कोर्स में रुचि रखने वाला कोई भी छात्र दो तरीकों से प्रवेश ले सकता है।
- सीधा प्रवेश
- प्रवेश परीक्षा के माध्यम से
लगभग सभी निजी आईटीआई में इस कोर्स के लिए 10 वीं के अंक के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।
सरकारी आईटीआई कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी।
विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा Draughtsman civil आईटीआई प्रवेश परीक्षा की सूची-
- आंध्र प्रदेश आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- असम ITI प्रवेश परीक्षा
- बिहार आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- छत्तीसगढ़ आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- दिल्ली आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- ]गुजरात आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- हरियाणा आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- हिमाचल आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- झारखंड आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- कर्नाटक आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- केरल आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- एमपी आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- महाराष्ट्र आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- मणिपुर ITI प्रवेश परीक्षा
- ओडिशा आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- पंजाब आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- राजस्थान आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- यूपी आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- उत्तराखंड आईटीआई प्रवेश परीक्षा
- पश्चिम बंगाल आईटीआई प्रवेश
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स की अवधि
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स की अवधि 2 वर्ष है, जिसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है।
इन चारों सेमेस्टर के दौरान, स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल और थियोरेटिकल मेथड के साथ-साथ, वर्कशॉप के माध्यम से भी टेक्निकल टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाने की कोशिश की जाती है
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स के बाद अपरेंटिस प्रशिक्षण की अवधि-
जो छात्र आईटीआई कोर्स के दौरान अच्छा करते हैं ,और अगर उन्हें अपरेंटिस का मौका मिलता है, तो इसकी अवधि 3 वर्ष है। जिसमें 2 साल का बुनियादी प्रशिक्षण शामिल है।
ट्यूशन फीस
इस कोर्स का ट्यूशन फीस बहुत ही कम रखा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट इस टेक्निकल कोर्स को ज्वाइन कर सकें।
जहां सरकारी आईटीआई कॉलेज में सालाना फीस 2000 से 5000 तक होता है, वहीं प्राइवेट आईटीआई कॉलेज में सालाना पीस 10,000 से लेकर ₹50000 तक भी हो सकता है।
ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स के बाद कैरियर विकल्प
इस कोर्स को इस तरह प्लान किया गया है, कि कोर्स कंप्लीट होने के बाद स्टूडेंट्स को आसानी से अच्छी नौकरी मिल सके।
भारत और दुनिया के कई देश डेवलपिंग कंट्री हैं, और इन डेवलपिंग कंट्रीज में कंस्ट्रक्शन का काम तेजी से चल रहा है, और जितना ज्यादा कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा है, उतने ही ज्यादा ड्राफ्टमैन सिविल की जरूरत पड़ रही है।
आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल छात्रों के लिए बहुत सारी नौकरियां सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में उपलब्ध हैं।
जिसमें वे अपने ज्ञान और आवश्यकता के अनुसार शामिल हो सकते हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के दौरान उन्हें विभिन्न भूमिकाएँ मिल सकती हैं-
- ड्राफ्ट्समैन
- सर्वेयर
- वास्तुकला सहायक
- संरचनात्मक ड्राफ्ट्समैन
सरकारी नौकरियां
इस कोर्स के बाद, सरकारी नौकरियों के लिए भी कई अवसर हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
- भारतीय रेल
- भेल
- इंडियन ऑयल
- राष्ट्रीय हाइवे
- भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण
- रक्षा
- बिजली विभाग
कोर्स कंप्लीट करने वाले छात्रों के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्मेंट में ड्राफ्ट्समैन, सर्वेयर और लैंड सर्वेयर की नौकरियां उपलब्ध है
ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स के बाद वेतन-
इस कोर्स के बाद शुरुआती सैलरी जो अधिकतर स्टूडेंट्स को मिला है, वह ₹10000 महीना के करीब होता है।
अगर स्टूडेंट को सरकारी नौकरी मिल जाती है, तो उसे 15 हजार के करीब महीना भी मिल जाता है।
वहीं अगर स्टूडेंट अप्रेंटिस के लिए चला जाता है, तो वहां उसे पांच से ₹6000 महीने का मिलता है।
यह शुरुआती सैलरी देखकर स्टूडेंट को घबराने की जरूरत नहीं है, एक्सपीरियंस के साथ अच्छी सैलरी मिलनी शुरू हो जाती है।

विदेश में नौकरी के मौके
बहुत सारे स्टूडेंट यह आईटीआई कोर्स करने के बाद गल्फ कंट्री, यूरोपीयन कंट्री, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर आदि में रोजगार पा रहे हैं ।
इन देशों में रोजगार पाने वाले युवा, अच्छी कमाई कर पा रहे हैं।
उच्च शिक्षा के विकल्प
कोई भी स्टूडेंट जब ड्राफ्ट्समैन सिविल कोर्स करता है, तो वह स्ट्रक्चर डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर के फील्ड में पहला कदम रखता है।
स्टूडेंट अपनी इंटरेस्ट और जरूरत के हिसाब से आगे अपने हायर एजुकेशन को लेकर जा सकता है ,बहुत सारे हायर एजुकेशन से ऑप्शंस हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्न है-
- इस कोर्स को करने के साथ-साथ स्टूडेंट एनआईओएस बोर्ड से अपनी ट्वेल्थ का एग्जाम भी लिख सकता है, जिससे वह किसी भी फील्ड में हायर एजुकेशन के लिए एलिजिबल हो जाता है।
- अगर स्टूडेंट डिप्लोमा करना चाहे ,तो वह इस कोर्स से रिलेटेड ब्रांच में, डायरेक्टली सेकंड ईयर में लेटरल एंट्री के थ्रू, एडमिशन ले सकता है।
- स्टूडेंट्स इस कोर्स के बाद अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम अलग-अलग तरह के इंडस्ट्रीज में ज्वाइन कर सकता है, जो उसे नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट दिला सकता है।
इस कोर्स के बाद स्वरोजगार के मौके
इस कोर्स के बाद बहुत सारे युवा अपना खुद का बिजनेस शुरू करते हैं, और वहां वे निर्माण कार्य की योजना, ड्राइंग, अनुमान और लागत, और पर्यवेक्षण का कार्य शुरू करते हैं।
इन सब काम को करने के लिए लोग अपना खुद का ऑफिस सेटअप करते हैं, और वहां से अच्छी कमाई करते हैं।
साथ में बहुत सारे युवा निर्माण सामग्री आपूर्ति का काम भी शुरू करते हैं, और इसमें भी अच्छी कमाई कर पाते हैं।
कुछ शीर्ष आईटीआई ड्राफ्ट्समैन सिविल कॉलेज-
- गुरु दक्ष इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर, हिसार
- चंबा मिलेनियम इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, चंबा
- भगवान परशुराम इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, सिरमौर
- एस बी एस जे इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, सोलन
- अब्दुल बारी टेक्निकल सेंटर, पटना
- जीसीआरजी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, लखनऊ
- गवर्नमेंट आईटीआई, खैराताबाद ,हैदराबाद
- सर सी वी रमन इंडस्ट्रियल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट, न्यू दिल्ली
- डालचंद आईटीआई, लखनऊ
- देहरादून इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, देहरादून
- गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, बोकारो
- बलियापुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, धनबाद
- गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, भटिंडा
सिलेबस
पहला सेमेस्टर-1st semester
ट्रेड प्रैक्टिकल | ट्रेड थ्योरी | वर्कशॉप |
कोर्स परिचय- कॉलेज के साथ परिचय | सुरक्षा के उपाय- सुरक्षा का महत्व | सुरक्षा उपकरणों का परिचय |
Lettering basics- vertical and inclined | Importance of lettering | Applied trade problems- calculations |
Scales, sign & symbols | construction and choice of scale, different types of lines | -do- |
Drawing Plan, Dimensioning Techniques | Projection, types and methods of projection | ratio and proportion in trade problems |
Isometric Projection | The principal of isometric and Axonometric projection | Algebra- simple to advance problems |
Using graphical methods reduction and enlargement of an object | different techniques of reducing and enlargement | laws of motion, unit of force |
perspective projection of a building using One point and two-point method | the two-point perspective drawing method | -do- |
arrangement of bricks in different parts of bonds such as in walls, pillars | Building Material introduction | Area of square, triangle, circle |
foundation drawing, footing, piles | foundation details, the safety of the foundation | simple bodies weight calculation- such as square, cube |
Plinth protection | effect and source of dampness, damp proof course | simple graph, trigonometrical graph |
different signs used in engineering survey | surveying and classification | solution of triangles |
दूसरा सेमेस्टर-2nd semester
ट्रेड प्रैक्टिकल | ट्रेड थ्योरी | वर्कशॉप |
chain survey of small plots and built-up plots | advantages and disadvantages of different survey technique | polygons, circles parallelogram, parabola and ellipse Properties |
Surveying of a building site using chain entering field book and plotting | field problems, field book maintenance | -do- |
Handling of different types of instruments | accessories and instrument use instruction | using Simpson’s rule calculation of circle |
cross-section of road and railway | Introduction to the road and railway alignment | rectangular parallelopoids, cylinders, pyramids and spheres Surface area and volumes calculation |
drawing of a masonry culvert | Bridge introduction- different types of bridge | magnet and magnetism |
different types of irrigation structures Drawing | Introduction to water resources, such as Dam, canal | Different magnetic substances and permanent magnets |
public health & sanitization, different sanitary fittings | different terms used in sanitary fittings | line of force and magnetic field |
RCC introduction | RCC materials | magnetism revision |
Floor and finishing methods | Different types of floors and floor materials | functions and different trigonometric ratios |
different types of steel roof trusses Drawing | introduction to structural drafting. | -do- |
तीसरा सेमेस्टर-3rd semester
ट्रेड प्रैक्टिकल | ट्रेड थ्योरी | वर्कशॉप |
ground floors concrete brick on edge, timber, tiled, patent stone, mosaic and steel floor Drawing details | concrete proportion and mixing, types of mortar | study of different section, the centre of gravity |
arches, lintels and centring & Shuttering Drawing forms | technical terms related to Arches and lintel | practicals for survey |
drawing of Carpentry Joints | classification of joints, Carpentry joints terms. | various types of load and support |
detailed drawing of different type of doors | parts of doors, size and types | -do- |
Window and ventilators detailed drawing | types of window and ventilators need | -do- |
pitched roof including king & queen post, roof trusses Drawing details | a detailed study about roof | various types of load study |
Upper floor, wooden floor, stone, jack arch Drawing details | Upper floor classification and construction | -do- |
drawing details of stairs | types of stairs and material | problems of overhanging beams |
Plumbing details, tools and materials | safety precautions while doing plumbing work | -do- |
Carpentry- use and tools | safety tools of carpentry | perfect frame analysis |
Electrical wiring in a different system | safety precautions, wireman tool kit | -do- |
Building construction drawing | masonry tools and safety precautions while working on it | plan meter and pantograph Use & practises |
with the use of digital theodolite and total station performing survey | theodolite introduction | simple reflection, bending stress |
चौथा सेमेस्टर-4th semester
ट्रेड प्रैक्टिकल | ट्रेड थ्योरी | वर्कशॉप |
single-storied residential house with a single room Drawing details | Residential building planning | simple trade connections |
Drawing details of different structures viz. column, beams, slabs, staircase, footing, lintels etc. | bar bending schedule preparation | -do- |
Estimation of residential building preparation | bar bending schedule, preparation | -do- |
Building Drawing and structural Drawing using CAD software and Practice | Architectural Desktop and creating modelling. | |
CAD command and uses | windows command | |
Project work |
note- यहां जो सिलेबस बताया गया है वह संक्षिप्त में है, और आप विस्तृत जानकारी के लिए एनसीवीटी वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं
यह सिलेबस भारत के लगभग सभी आईटीआई कॉलेज द्वारा फॉलो किया जाता है
इसी तरह के कोर्स
आईटीआई फिटर
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Fantastic
thanks
Pls Call me 8319791202
rgarding
Thanks Sir
Thanks
welcome
Mai i.t.i anudesak draughtsman civil ka tayari karna chahta hu kripya mughe koi achhi book bataiye
Thanks Sir
Bhai me Ankit hu
Mana draughtsman civil sa ITI pass ke
Ma aga building plan sikhana chata hu
Bhai mara ko kese sikhana vala bhai ka
Nanber sand karo.
Bhai mara contact number 7027804685
Hallo sir
thank u sir
welcome